aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

अहमद वसी

ग़ज़ल 5

 

नज़्म 7

अशआर 18

वो करे बात तो हर लफ़्ज़ से ख़ुश्बू आए

ऐसी बोली वही बोले जिसे उर्दू आए

  • शेयर कीजिए

जो कहता था ज़मीं को मैं सितारों से सजा दूँगा

वही बस्ती की तह में रख गया चिंगारियाँ अपनी

  • शेयर कीजिए

लोग हैरत से मुझे देख रहे हैं ऐसे

मेरे चेहरे पे कोई नाम लिखा हो जैसे

  • शेयर कीजिए

जुदाई क्यूँ दिलों को और भी नज़दीक लाती है

बिछड़ कर क्यूँ ज़ियादा प्यार का एहसास होता है

  • शेयर कीजिए

जो चेहरे दूर से लगते हैं आदमी जैसे

वही क़रीब से पत्थर दिखाई देते हैं

  • शेयर कीजिए

पुस्तकें 5

 

"मुंबई" के और कलाकार

 

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए