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लैला ख़्वाजा बानो की बच्चों की कहानियाँ
मैं कट मरूँगा
एक थी मैना, एक था कव्वा, मैना का घर मोम का था और कव्वे का नून का था। मैना ने एक दिन खिचड़ी पकाई। बाज़ार बंद हो गया था। नमक न मिला तो उसने अपने बच्चे को कव्वे के पास भेजा कि अपने घर में से ज़रा सा नून दे-दे। मैना के बच्चे ने जब कव्वे से ये बात जा कर कही
चिड़िया चिड़िया पट खोल दे
एक था चिड़ा और एक थी चिड़िया। चिड़ा लाया दाल का दाना। चिड़िया लाई चावल का दाना, दोनों ने मिल कर खिचड़ी पकाई। घर में नमक न था। चिड़िया ने चिड़े को बाज़ार नमक लेने को भेजा। जब चिड़ा चला गया तो चिड़िया ने खिचड़ी खा-पी जूठे बर्तनों में गंदा पानी भर छींके पर रख दिया
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