आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "aag"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "aag"
नज़्म
रक़ीब से!
आग सी सीने में रह रह के उबलती है न पूछ
अपने दिल पर मुझे क़ाबू ही नहीं रहता है
फ़ैज़ अहमद फ़ैज़
नज़्म
जवाब-ए-शिकवा
बुत-शिकन उठ गए बाक़ी जो रहे बुत-गर हैं
था ब्राहीम पिदर और पिसर आज़र हैं
अल्लामा इक़बाल
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "aag"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "aag"
ग़ज़ल
तहज़ीब हाफ़ी
नज़्म
निसार मैं तेरी गलियों के
यूँही हमेशा खिलाए हैं हम ने आग में फूल
न उन की हार नई है न अपनी जीत नई