आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "show"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "show"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "show"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "show"
ग़ज़ल
आख़िरी शो से लौटने वाले भी ग़ाएब हो जाते हैं
मैं जाने किन तस्वीरों में कब तक खोया रहता हूँ
अमीक़ हनफ़ी
हास्य
तू मेरा ये 'मेटनी-शो' क्यूँ देखने आई चार बजे
मेरे बुज़ुर्गों ने मुझ को तहज़ीब सिखाई चार बजे