आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "unvaan-e-umr-e-raa.egaa.n"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "unvaan-e-umr-e-raa.egaa.n"
ग़ज़ल
मिरी मौज-ए-रवाँ की सब रवानी ख़त्म कर देगा
बना देगा वो हर उन्वान-ए-उम्र-ए-राएगाँ मुझ को
कामरान नदीम
ग़ज़ल
शिकवा-संज-ए-उम्र-ए-फ़ानी है बयान-ए-आरज़ू
ख़त्म होती ही नहीं है दास्तान-ए-आरज़ू
क़ाज़ी सय्यद मुश्ताक़ नक़्वी
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "unvaan-e-umr-e-raa.egaa.n"
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "unvaan-e-umr-e-raa.egaa.n"
ग़ज़ल
शाद अज़ीमाबादी
शेर
इक ख़लिश को हासिल-ए-उम्र-ए-रवाँ रहने दिया
जान कर हम ने उन्हें ना-मेहरबाँ रहने दिया
अदीब सहारनपुरी
ग़ज़ल
इक ख़लिश को हासिल-ए-उम्र-ए-रवाँ रहने दिया
जान कर हम ने उन्हें ना-मेहरबाँ रहने दिया