सैफ़ुद्दीन सैफ़ के 10 बेहतरीन शेर

पाकिस्तानी शायर और गीतकार

'सैफ़' अंदाज़-ए-बयाँ रंग बदल देता है

वर्ना दुनिया में कोई बात नई बात नहीं

सैफ़ुद्दीन सैफ़

शोर दिन को नहीं सोने देता

शब को सन्नाटा जगा देता है

सैफ़ुद्दीन सैफ़

तुम को बेगाने भी अपनाते हैं मैं जानता हूँ

मेरे अपने भी पराए हैं तुम्हें क्या मालूम

सैफ़ुद्दीन सैफ़

क्या क़यामत है हिज्र के दिन भी

ज़िंदगी में शुमार होते हैं

सैफ़ुद्दीन सैफ़

आज की रात वो आए हैं बड़ी देर के ब'अद

आज की रात बड़ी देर के ब'अद आई है

सैफ़ुद्दीन सैफ़

ज़िंदगी किस तरह कटेगी 'सैफ़'

रात कटती नज़र नहीं आती

सैफ़ुद्दीन सैफ़

हमें ख़बर है वो मेहमान एक रात का है

हमारे पास भी सामान एक रात का है

सैफ़ुद्दीन सैफ़

जिस दिन से भुला दिया है तू ने

आता ही नहीं ख़याल अपना

सैफ़ुद्दीन सैफ़

तुम ने दीवाना बनाया मुझ को

लोग अफ़्साना बनाएँगे तुम्हें

सैफ़ुद्दीन सैफ़

क्यूँ उजड़ जाती है दिल की महफ़िल

ये दिया कौन बुझा देता है

सैफ़ुद्दीन सैफ़

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