Nazeer Akbarabadi's Photo'

नज़ीर अकबराबादी

1735 - 1830 | आगरा, भारत

मीर तक़ी ' मीर ' के समकालीन अग्रणी शायर जिन्होंने भारतीय संस्कृति और त्योहारों पर नज्में लिखीं। होली , दीवाली , श्रीकृष्ण पर नज़्मों के लिए मशहूर

मीर तक़ी ' मीर ' के समकालीन अग्रणी शायर जिन्होंने भारतीय संस्कृति और त्योहारों पर नज्में लिखीं। होली , दीवाली , श्रीकृष्ण पर नज़्मों के लिए मशहूर

नज़ीर अकबराबादी के ऑडियो

ग़ज़ल

उस के शरार-ए-हुस्न ने शो'ला जो इक दिखा दिया

फ़सीह अकमल

न मैं दिल को अब हर मकाँ बेचता हूँ

फ़सीह अकमल

नज़र पड़ा इक बुत-ए-परी-वश निराली सज-धज नई अदा का

फ़सीह अकमल

भरे हैं उस परी में अब तो यारो सर-ब-सर मोती

फ़सीह अकमल

मानी ने जो देखा तिरी तस्वीर का नक़्शा

फ़सीह अकमल

रुख़ परी चश्म परी ज़ुल्फ़ परी आन परी

फ़सीह अकमल

हो क्यूँ न तिरे काम में हैरान तमाशा

फ़सीह अकमल

नज़्म

Recitation

aah ko chahiye ek umr asar hote tak SHAMSUR RAHMAN FARUQI

Jashn-e-Rekhta | 2-3-4 December 2022 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate, New Delhi

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