संपूर्ण
परिचय
ग़ज़ल19
नज़्म10
शेर562
हास्य1
ई-पुस्तक35
चित्र शायरी 30
ऑडियो 1
वीडियो625
क़ितआ5
क़िस्सा59
बच्चों की कहानी25
लोरी1
गीत2
पहेली37
अज्ञात की बच्चों की कहानियाँ
मोर की कहानी
एक मोर था और एक था गीदड़। दोनों में मोहब्बत थी। दिनों की सलाह हुई कि चल कर बेर खाओ। वो दोनों के दोनों मिलकर चले किसी बाग़ में। वहाँ एक बेरी का दरख़्त था। जब उस दरख़्त के क़रीब पहुँचे। तो मोर उड़ कर उस दरख़्त पर जा बैठा। दरख़्त पर बैठ के पक्के-पक्के बेर
अक़्ल-मंद बूढ़िया
दो चोर एक घर में घुसे। आधी रात का वक़्त था। घर में मिट्टी के तेल का दिया जल रहा था। वो घर एक बूढ़िया का था जिसका इस दुनिया में कोई भी अज़ीज़ रिश्तेदार नहीं था। वो अकेली थी और कमाने के क़ाबिल भी नहीं थी। महल्ले के लोग सुब्ह शाम उस को खाना दे जाया करते थे।