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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

बेस्ट दर शायरी

दरवाज़ा जो खोला तो नज़र आए खड़े वो

हैरत है मुझे आज किधर भूल पड़े वो

परवीन शाकिर

दरवाज़ा खुला है कि कोई लौट जाए

और उस के लिए जो कभी आया गया हो

अतहर नफ़ीस

तुम्हारे घर में दरवाज़ा है लेकिन तुम्हें ख़तरे का अंदाज़ा नहीं है

हमें ख़तरे का अंदाज़ा है लेकिन हमारे घर में दरवाज़ा नहीं है

अज्ञात

बस इक पुकार पे दरवाज़ा खोल देते हैं

ज़रा सा सब्र भी इन आँसुओं से होता नहीं

शकील आज़मी

दरवाज़ा बंद देख के मेरे मकान का

झोंका हवा का खिड़की के पर्दे हिला गया

आदिल मंसूरी

खोल देते हैं पलट आने पे दरवाज़ा-ए-दिल

आने वाले का इरादा नहीं देखा जाता

तारिक़ नईम

दरवाज़ा कोई घर से निकलने के लिए दे

बे-ख़ौफ़ कोई रास्ता चलने के लिए दे

शीन काफ़ निज़ाम

रात भर कोई दरवाज़ा खुला

दस्तकें देती रही पागल हवा

इक़बाल नवेद

उस ने जब दरवाज़ा मुझ पर बंद किया

मुझ पर उस की महफ़िल के आदाब खुले

ग़ुलाम मुर्तज़ा राही

ख़्वाब का दरवाज़ा कुइ मसदूद कर देता है रोज़

पड़ते हैं रातों को याँ ऐसे ही पत्थर ख़्वाब में

मुसहफ़ी ग़ुलाम हमदानी
बोलिए