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aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

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Rajinder Singh Bedi

1915 - 1984 | Mumbai, India

One of the most prominent short story writers and novelists of Urdu, a contemporary of Manto, known for his narratives representing Indian ethos and use of mythological references. He also wrote plays and penned dialogues and stories for films.

One of the most prominent short story writers and novelists of Urdu, a contemporary of Manto, known for his narratives representing Indian ethos and use of mythological references. He also wrote plays and penned dialogues and stories for films.

Rajinder Singh Bedi

Short story 43

Article 3

 

Quote 12

अफ़साने और शे'र में कोई फ़र्क़ नहीं। है, तो सिर्फ़ इतना कि शे'र छोटी बहर में होता है और अफ़साना एक ऐसी लंबी ‎और‏‎ मुसलसल बहर में जो अफ़साने के शुरू' से लेकर आख़िर तक चलती है। मुब्तदी इस बात को नहीं जानता और ‎अफ़साने को ब-हैसीयत‏‎-ए-फ़न-ए-शे'र से ज़ियादा सहल समझता है।

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बीवी आपसे कितनी नफ़रत करती है, इसका उस वक़्त तक पता नहीं चलता, जब तक मेहमान घर में आए। जैसे ‎आपको‏‎ भूलने के सिवा कुछ नहीं आता, ऐसे ही बीवी याद रखने के सिवा और कुछ नहीं जानती। जाने कब का बुग़्ज़ ‎आपके ख़िलाफ़‏‎ सीने में लिए बैठी है जो मेहमान के आते ही पंडोरा बॉक्स की तरह आपके सिर पर उलट देती है।‏

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फ़न किसी शख़्स में सोते की तरह नहीं फूट निकलता। ऐसा नहीं कि आज रात आप सोएँगे और सुब्ह फ़नकार हो कर ‎जागें‏गे। ये नहीं कहा जा सकता कि फ़ुलाँ आदमी पैदाइशी तौर पर फ़नकार है, लेकिन ये ज़रूर कहा जा सकता है कि ‎उसमें सलाहियतें ‎‏हैं, जिनका होना बहुत ज़रूरी है, चाहे वो उसे जिबिल्लत में मिलें और या वो रियाज़त से उनका ‎इक्तिसाब करे। पहली सलाहियत ‎‏तो ये कि वो हर बात को दूसरों के मुक़ाबले में ज़ियादा महसूस करता हो, जिसके ‎लिए एक तरफ़ तो वो दाद-ओ-तहसीन पाए‏‎ और दूसरी तरफ़ ऐसे दुःख उठाए जैसे कि उसके बदन पर से खाल खींच ‎ली गई हो और उसे नमक की कान से गुज़रना पड़ रहा ‎‏हो।

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औरतें बीसियों, सैकड़ों हो सकती हैं, माँ सिर्फ़ एक होती है।

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अगर ये बात ठीक है कि मेहमान का दर्जा भगवान का है तो मैं बड़ी नम्रता से आपके सामने हाथ जोड़ कर कहूँगा कि ‎मुझे ‎‏भगवान से भी नफ़रत है।‏

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Tanz-o-Mazah 1

 

Khaka 1

 

BOOKS 61

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