आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "take"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "take"
पृष्ठ के संबंधित परिणाम "take"
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "take"
ग़ज़ल
ताक़-ए-अबरू में सनम के क्या ख़ुदाई रह गई
अब तो पूजेंगे उसी काफ़िर के बुत-ख़ाने को हम
नज़ीर अकबराबादी
नज़्म
नज़्र-ए-अलीगढ़
जो ताक़-ए-हरम में रौशन है वो शम्अ यहाँ भी जलती है
इस दश्त के गोशे गोशे से इक जू-ए-हयात उबलती है
असरार-उल-हक़ मजाज़
नज़्म
मुफ़्लिसी
औरों को आठ सात तो वो दो टके ही पाए
इस लाज से इसे भी लजाती है मुफ़्लिसी
नज़ीर अकबराबादी
ग़ज़ल
तजल्ली चेहरा-ए-ज़ेबा की हो कुछ जाम-ए-रंगीं की
ज़मीं से आसमाँ तक आलम-ए-अनवार हो जाए
असग़र गोंडवी
नज़्म
लखनऊ
इक नौ-बहार-ए-नाज़ को ताके है फिर निगाह
वो नौ-बहार-ए-नाज़ कि है जान-ए-लखनऊ