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हास्य-व्यंग्य

हास्य और व्यंग्य असल में समाज की असमानताओं से फूटता है। अगर किसी समाज को सही ढंग से जानना हो तो उस समाज में लिखा गया हास्यात्मक, व्यंग्यात्मक साहित्य पढ़ना चाहिए। उर्दू में भी हास्यात्मक और व्यंग्यात्मक साहित्य की शानदार परंपरा रही है। मुश्ताक़ अहमद यूसुफ़ी, पतरस बुख़ारी, रशीद अहमद सिद्दीक़ी और बेशुमार अदीबों ने बेहतरीन हास्यात्मक, व्यंग्यात्मक लेख लिखे हैं। रेख़्ता पर ये गोशा उर्दू में लिखे गए ख़ूबसूरत और मशहूर मज़ाहिया और तन्ज़िया लेखों से आबाद है। पढ़िए और ज़िंदगी को ख़ुशगवार बनाइऐ।

1881 -1958

प्रसिद्ध शायर और लेखक, साहित्यिक पत्रिका ‘नदीम’ के सम्पादक, सय्यद सुलेमान नदवी के सहपाठी

1943

प्रसिद्ध शायर, लेखक और कॉलमनिगार, अपने हास्य क़तात और आलेखों के लिए चर्चित; पाकिस्तानी सरकार में विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहे

1960

समकालीन महिला कथाकारों में शामिल।

1911 -2002

आधुनिक उर्दू आलोचना के संस्थापकों में शामिल हैं।

1927 -1978

पाकिस्तानी शायर , अपनी ग़ज़ल ' कल चौदहवीं की रात ' थी , के लिए प्रसिद्ध

1924 -1977

प्रसिद्ध पाकिस्तानी अफ़साना निगार और पत्रकार. ड्रामे और यात्रावृतांत भी लिखे।

1910 -1980

प्रसिद्ध हास्य-व्यंग्य लेखक,धाराप्रवाह भाषा एवं सामाजिक असमानताओं पर गहरे व्यंग्य के लिए जाने जाते हैं.

1910 -1999

पाकिस्तान के अग्रणी हास्य-व्यंग लेखकों में शामिल।

1914 -1977

मंटो के समकालिक, प्रगतिशील आंदोलन से सम्बद्ध प्रसिद्ध अफ़साना निगार, रूमानी और यथार्थवादी कहानियां लिखने के लिए मशहूर.

1904 -1955

शायर एवं पत्रकार, हास्य लेखों के लिए लोकप्रिय

1933 -2021

हिन्द-ईरान संबंधों पर शोध करने वाले प्रमुख इतिहासकार। प्राचीन अरबी-फ़ारसी पांडुलिपियों के विशेषज्ञ

1927 -1969

प्रमुख उर्दू शायर/ क़तआत के लिए मशहूर

1910 -1973

प्रमुख हास्य कवि एवं हास्य काव्य के आलोचक

1896 -1982

प्रमुख पूर्वाधुनिक शायरों में विख्यात, जिन्होंने आधुनिक उर्दू गज़ल के लिए राह बनाई/अपने गहरे आलोचनात्मक विचारों के लिए विख्यात/भारतीय ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित

1923 -2018

लब्धप्रतिष्ठ पाकिस्तानी हास्य-व्यंगकार, ‘चराग़ तले’ और ‘आबे गुम’ जैसी अद्वितीय पुस्तकों के रचनाकार.

1939

हर समूह में पढ़े जाने वाले लोकप्रिय पाकिस्तानी कथाकार और यात्रावृत लेखक, असाधारण भाषा शैली के लिए प्रसिद्ध।

1895 -1941

उर्दू के प्रसिद्ध हास्य-व्यंगकारों में शामिल, अपनी रोशन ख़याली के लिए प्रसिद्ध, इस्मत चुग़ताई के भाई।

1902 -1958

प्रगतिशील आंदोलन के अगुआ, पत्रिका " कारवां " के संपादक, इंग्लैंड से अंग्रेज़ी में डॉक्टरेट की उपाधि लेने वाले इस उपमहाद्वीप के पहले साहित्यकार

1918 -2009

लोकप्रिय हास्य व्यंगकार

1892 -1977

प्रसिद्ध हास्य-व्यंगकार, उर्दू में अपनी विचित्र गद्य-शैली के लिए लोकप्रिय, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के उर्दू विभाग से सम्बद्ध रहे.

1915 -1984

उर्दू के महत्वपूर्ण अफ़साना निगारों में शामिल, मंटो के समकालीन, भारतीय समाज और लोक कथाओं से सम्बंधित कहानियां बुनने के लिए मशहूर. नॉवेल, ड्रामेऔर फिल्मों के लिए संवाद व स्क्रिप्ट लिखे.

1920 -2000

प्रमुख पाकिस्तानी हास्य-व्यंगकार और कहानीकार, अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं.

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