by महाकवि कल्हण रजतरंगिनी Volume-002 by महाकवि कल्हण -1 अतिरिक्त अंक समीक्षा पढ़िए बुक सूची देखें लेखक : महाकवि कल्हण प्रकाशक : सुन्दर लााल जैन मूल : दिल्ली, भारत प्रकाशन वर्ष : 1961 भाषा : इंग्लिश श्रेणियाँ : अनुवाद पृष्ठ : 558 अनुवादक : एम. ए. स्टाइन सहयोगी : सुमन मिश्रा
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