आपकी खोज से संबंधित
परिणाम "uThaa.ii"
अत्यधिक संबंधित परिणाम "uThaa.ii"
नज़्म
वो सुब्ह कभी तो आएगी
जब एक अनोखी दुनिया की बुनियाद उठाई जाएगी
वो सुब्ह कभी तो आएगी
साहिर लुधियानवी
समस्त
शब्दकोश से सम्बंधित परिणाम
अन्य परिणाम "uThaa.ii"
नज़्म
एक मुलाक़ात
नज़र उठाई मगर ऐसी बे-यक़ीनी से
कि जिस तरह कोई पेश-ए-नज़र मिले न मिले