हैरान करने वाले शेर
मैं तो 'मुनीर' आईने में ख़ुद को तक कर हैरान हुआ
ये चेहरा कुछ और तरह था पहले किसी ज़माने में
किस की ख़ातिर को मुक़द्दम रख्खूँ मैं हैरान हूँ
गब्र की जानिब हूँ या-रब या मुसलमाँ की तरफ़
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
मैं तो 'मुनीर' आईने में ख़ुद को तक कर हैरान हुआ
ये चेहरा कुछ और तरह था पहले किसी ज़माने में
किस की ख़ातिर को मुक़द्दम रख्खूँ मैं हैरान हूँ
गब्र की जानिब हूँ या-रब या मुसलमाँ की तरफ़