उर्दू शाइरी में अलामत-ए-कर्बला
क़त्ल-ए-हुसैन अस्ल में मर्ग-ए-यज़ीद है
इस्लाम ज़िंदा होता है हर कर्बला के बाद
aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair
jis ke hote hue hote the zamāne mere
क़त्ल-ए-हुसैन अस्ल में मर्ग-ए-यज़ीद है
इस्लाम ज़िंदा होता है हर कर्बला के बाद