aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर

फ़रहत अब्बास

ग़ज़ल 6

अशआर 23

दोनों लाज़िम हैं ला-ज़वाल भी हैं

इक तिरा हुस्न इक मिरा ये इश्क़

  • शेयर कीजिए

तेरे साँचे में ढल गया आख़िर

शहर सारा बदल गया आख़िर

  • शेयर कीजिए

हर तरफ़ दोस्ती का मेला है

फिर भी हर आदमी अकेला है

  • शेयर कीजिए

हार जाएगी ज़िंदगी लेकिन

हारने का नहीं मिरा ये इश्क़

  • शेयर कीजिए

जिसे भी दोस्त बनाया वो बन गया दुश्मन

ये हम ने कौन सी तक़्सीर की सज़ा पाई

  • शेयर कीजिए

"लाहौर" के और शायर

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 8-9-10 December 2023 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate - New Delhi

GET YOUR PASS
बोलिए