aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

रद करें डाउनलोड शेर
Mela Ram Wafa's Photo'

मेला राम वफ़ा

1895 - 1980 | पंजाब, पाकिस्तान

पंजाब के राज कवि,पत्रकार,शायर एवं कहानीकार

पंजाब के राज कवि,पत्रकार,शायर एवं कहानीकार

मेला राम वफ़ा

ग़ज़ल 27

नज़्म 3

 

अशआर 8

इक बार उस ने मुझ को देखा था मुस्कुरा कर

इतनी तो है हक़ीक़त बाक़ी कहानियाँ हैं

  • शेयर कीजिए

गो क़यामत से पेशतर हुई

तुम आए तो क्या सहर हुई

तुम भी करोगे जब्र शब रोज़ इस क़दर

हम भी करेंगे सब्र मगर इख़्तियार तक

रातें ऐश-ओ-इशरत की दिन दुख दर्द मुसीबत के

आती आती आती हैं जाते जाते जाते हैं

कहना ही मिरा क्या है कि मैं कुछ नहीं कहता

ये भी तुम्हें धोका है कि मैं कुछ नहीं कहता

पुस्तकें 8

 

चित्र शायरी 5

 

"पंजाब" के और शायर

Recitation

Jashn-e-Rekhta | 2-3-4 December 2022 - Major Dhyan Chand National Stadium, Near India Gate, New Delhi

GET YOUR FREE PASS
बोलिए